कहा कि बेहद निंदनीय कि केंद्र अपने रबड़ के मोहरों को सिख संस्थानों का प्रमुख बनाकर इन्हे तोड़ना चाहता है
कहा कि अकाली दल गुरु साहिबान के बताए रास्ते के अनुसार काम करेगा और सरबत का भला के लिए प्रतिबद्ध
ट्रांसपोर्टरों को माफिया बताने के लिए परिवहन मंत्री की निंदा की
अमृतसर/14दिसंबरः
शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज सिख समुदाय से सिख संस्थानों पर अपनी कठपुतलियों को स्थापित कर उन पर नियंत्रण करने पर आमादा ताकतों को हराने की अपील की है।
अकाली दल की 102वीं जयंती समारोह अवसर पर श्री अकाल तख्त साहिब परिसर में गुरुद्वारा गुरबख्श सिंह जी में अखंड पाठ पूरा होने के बाद अरदास में शामिल होने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि यह बेहद निंदनीय है कि केंद्र सिख संस्थानों के प्रमुख के रूप में अपने रबड़ के मोहरों को स्थापित करना चाहता है। उन्होने जोर देकर कहा कि किसी को भी समुदाय के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नही करना चाहिए। उन्होने कहा, ‘‘ हमें धार्मिक स्वंतत्रता का अधिकार है और इसका सम्मान किया जाना चाहिए’’।
सरदार सुखबीर सिंह बादल ने यह भी कहा कि अकाली दल हमेशा गुरु साहिबान द्वारा दिखाए रास्ते पर चलता रहा है और हमेशा ‘सरबत का भला’ के सिद्धांत पर काम करता रहेगा। उन्होने कहा, ‘‘ हम जानते हैं कि पंजाब में प्रगति तभी हो सकती है , जब सभी धर्मों और समुदायों का सम्मान हो और इसे हासिल करने के लिए हम सभी को साथ लेकर चलने के लिए प्रतिबद्ध हैं’’।
एक सवाल का जवाब देते हुए सरदार बादल ने कहा कि कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से चरमरा गई है, और कल अकाली दल ने अपनी कोर कमेटी की मीटिंग बुलाई गई है ताकि आप पार्टी की सरकार को राज्य का नियंत्रण गैंगस्टरों के हाथों छीनने के लिए मजबूर करने के लिए अगले कदम के बारे फैसला किया जा सके। उन्होने विस्तार से बताया कि वे हाल ही में हुई जबरन वसूली और हत्याओं की घटनाओं से प्रभावित कई परिवारों से मिलने गए और उन्हे बताया गया कि पुलिस बल पूरी तरह से अप्रभावी हो चुका है। उन्होने कहा, ‘‘ पंजाब में निवेश आना बंद हो गया है और यहां तक कि आम कारोबारी भी पंजाब छोड़कर हरियाणा का रूख कर रहे हैं, क्योंकि राज्य में जबरन वसूली की घटनाएं आम बात हो गई है और लोग पुलिस के पास जाने से भी डरते हैं । उन्होने कहा कि पंजाब में ऐसी स्थिति कभी भी नही देखी गई है’’।
एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए सरदार बादल ने कहा कि परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने सभी ट्रांसपोर्टरों को माफिया कहना शर्मनाक है। उन्होने कहा कि पंजाबियों ने देश और यहां तक कि विदेशों में भी परिवहन के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। ‘‘ उन्होने अपनी कड़ी मेहनत के बल पर ऐसा किया है । उन्होने कहा कि यह बेहद निंदनीय है कि उन्हे ‘माफिया’ का टैग दिया जा रहा है। हमारी बसों को चलने से रोकने के लिए तत्कालीन परिवहन मंत्री राजा वड़िंग और वर्तमान सरकार द्वारा भी प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन उच्च न्यायालय ने हमें राहत दी हुई है। अब भी हम परिवहन मंत्री को यह कहने के लिए कानूनी नोटिस भेजेंगें कि हम अवैध गतिविधि में शामिल किया गया और हमारे साथ न्याय सुनिश्चित करने के लिए सभी कानूनी उपायों का पालन किया जाए।
अकाली दल अध्यक्ष ने पंजाब के अधिकारों की रक्षा करने में विफल रहने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान की आलोचना की। उन्होने कहा कि पहले मुख्यमंत्री बीबीएमबी के प्रबंधन के संबंध में और बाद में चंडीगढ़ में हरियाणा को एक अलग विधानसभा के निर्माण्ण के लिए जमीन आवंटन के मुददे पर पंजाब के अधिकारों की रक्षा करने में विफल रहे हैं। उन्होने कहा, ‘‘ अब आप पार्टी की सरकार चंडीगढ़ में पंजाब के अधिकार को कायम रखने में नाकाम रही है, क्योंकि वहां तैनात पंजाब के अधिकारियों जिनकों महत्वहीन पदों पर धकेला जा रहा है, और यहां तक कि उन्हे डयूटी से भी मुक्त किया जा रहा है , जैसा कि पंजाब कैडल के अधिकारी कुलदीप चहल के मामले में किया गया, जिन्हे एसएसपी चंडीगढ़ के पद से हटा दिया गया है।
इस अवसर पर एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी, प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, गुलजार सिंह रणीके , महेशइंदर सिंह ग्रेवाल, बिक्रम सिंह मजीठिया, डॉ. दलजीत सिंह चीमा, अनिल जोशी, हीरा सिंह गाब़िड़या , गुरचरण सिंह ग्रेवाल, विरसा सिंह वल्टोहा , करनैल सिंह पीरमोहम्मद, सोहन सिंह ठंडल, बीबी गुरिदंर कौर भोलूवाल, रविकरण सिंह काहलों और गुरप्रताप सिंह टिक्का भी मौजूद थे।