निहाल सिंह वाला/मोगा (ACN): बीते कुछ समय पहले जालंधर के एक इमिग्रेशन सैंटर द्वारा छात्रों को गलत तरीके से विदेश भेजने की बात सामने आई थी। उस सैंटर ने कई बच्चों को धोखा देकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया था। ऐसे में आगे किसी के साथ ऐसा कुछ ना हो इसके लिए पंजाब सरकार ने सख्ती बरतते हुए राज्यभर में अवैध आईलैट्स और इमिग्रेशन सैंटरों की जांच करना शुरु कर दिया है।
इस जगह हुई छापेमारी
मिली जानकारी के अनुसार, आज निहाल सिंह वाला के जिला डिप्टी कमिश्नर मोगा एस.एस. के ऑर्डर से डी.एम. मंडी निहाल सिंह के नेतृत्व में बनी प्रशासन की टीम ने कई आईलैट्स व इमीग्रेशन सैंटरों पर रेड मारी। इस दौरान बहुत से केंद्र संचालक वहां मौजूद छात्रों को जबरदस्ती बाहर निकालकर सैंटरों को बंदकर फरार हो गए।
इन अधिकारियों ने की छापेमारी
बता दें, निहाल सिंह वाला-बाघापुराणा रोड पर शहर की विभिन्न गलियों में बने आईलैट्स और इमिग्रेशन सैंटरों पर छापे मारने का काम किया गया। ये छापे तहसीलदार गुरमुख सिंह, डी.एस. पी. मंजीत सिंह ढेसी, थाना प्रमुख अर्शप्रीत कौर ग्रेवाल, टास्क फोर्स अधिकारी दविंदर सिंह तूर और पटवारी निर्मल सिंह द्वारा मारे गए। छापे की बात सामने आते ही ज्यादातर आईलैट्स व इमीग्रेशन सैंटरों के प्रबंधक केंद्रों को बंद कर भाग निकले। वहीं अधिकारियों को यह बात भी पता चली कि कुछ आईलैट्स सैंटरों के मुख्य सैंटर दूसरे शहरों में है। मगर उनकी शाखाएं मंडी निहाल सिंह खोलकर लोग पैसे कमा रहे हैं।
प्रशासन ने किया यह आग्रह
ऐसे में प्रशासन ने सैंटर को तुरंत बंद करने को कहा। इसी के साथ उन्होंने कई सैंटरों के उपायुक्त के निर्देशानुसान तैयार किए कागजातों को पूरा नाम मिलते ही पूरा करने की अपील की। मिली जानकारी के अनुसार, निहाल सिंह वाला शहर में कई अवैध सैंटर चल रहे थे। वहीं इसके गांव में भी आईलैट्स व इमीग्रेशन सैंटर की कई ब्रांच खोली हुई है, जहां पर लोग अवैध तौर पर काम कर छात्रों को लूट रहे हैं। वहीं इनमें से कुछ ही केंद्रों को चलाने के लिए प्रशासन की ओर से मंजूरी मिली हुई है। इसके अलावा कुछ स्वीकृत केंद्र भी प्रशासन के निर्देशों का पालन किए बिना सैंटर चला रहे थे। अब देखना है कि राज्य सरकार बच्चों के भविष्य के लिए कब और क्या कदम उठाएगी।
अधिकारियों ने कहा
इस अवसर पर तहसीलदार गुरमुख सिंह व डी.सी.पी. मंजीत सिंह ढेसी का कहना है कि राज्य में कई अनियमित गुट आधारित आईएलटी व आव्रजन केंद्रों के मामले में पंजाब सरकार काफी गंभीरता से काम कर रही है। इसलिए लगातार छापेमारी की जा रही है ताकि इन छात्रों के भविष्य के साथ कोई बेईमानी ना हो जाए। इसी के साथ उन्होंने छात्रों के अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि बच्चों पढ़ाने से पहले इन सैंटरों के रजिस्ट्रेशन व दस्तावेजों को ध्यान से देखे। उसके बाद ही यहां बच्चों को पढ़ने भेजे व फीस भरें ताकि आप धोखाधड़ी का शिकार न हो जाए।