पटियाला (ACN): इस समय पंजाबी यूनिवर्सिटी से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी ने अकादमिक कौंसिल की बैठक में पंजाबी से जुड़े कुछ खास फैसले लिए हैं।
मैनेजमेंट ने किया ऐलान
बता दें, मैनेजमेंट ने छात्रों के कोर्सो में कुछ बदलाव किए है। ऐसे में उन्होंने इस बारे में ऐलान करते हुए कहा है कि बी.ए., बी.एस.सी., बी.कॉम. आदि कोर्सों के सभी 6 सैमेस्टरों में पंजाबी को विषय के तौर पर जरूर रखा जाएगा। वहीं बी.बी.ए. व बी.सी.ए. में 2 सैमेस्ट में जरूरी व अगले 2 सैमेस्टर में विषय के साथ जोड़कर पढ़ाने के बारे में कहा है।
इसके अलावा कानून विषय में 5 साल के कोर्स में पहले से बढ़ाकर 3 सैमेस्टरों में पंजाबी लाजमी कर दी है। बी.फार्मेसी के पहले सैमेस्ट में लाजमी पंजाबी और इसके दूसरे सैमेस्टर में पंजाबी कंयूटिंग को लाजमी विषय के रूप में पढ़ाना जरूरी होगा।
पंजाब कला परिषद के चेयरमैन ने कही यह बात
मीटिंग दौरान पंजाब कला परिषद के चेयरमैन व प्रसिद्ध शायर सुरजीत पात्र ने कहा कि वे अपने दिल, जान व आत्मा से पंजाबी भाषा के प्रति अपना फर्ज याद दिलाने आए हैं। उन्होंने कहा कि यह उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में मशीन अनुवाद और अधिक समर्थ होगा। इससे किसी भी भाषा को समझना और भी आसान हो जाएगा।
इसी के साथ बंगला देश के हवाले से बात करते हुए चेयरमैन ने कहा कि वहां के लोगों ने बताया कि आखिर किस तरह पहली लड़ाई के बाद उन्होंने बोली के नाम पर देश तैयार किया। इसके बाद दूसरी लड़ाई के बाद अपनी भाषा में अलग-अलग विषयों का ज्ञान डाला। इस दौरान अन्य प्रवक्ताओं ने भी अपने विचार पेश किए।