92 विधायकों वाली पंजाब सरकार को विश्वासमत लाने की क्या जरुरत है: मानव तनेजा
अमृतसर सिटी न्यूज
भारतीय जनता पार्टी पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा के आह्वान पर भगवंत मान सरकार द्वारा विधानसभा सत्र में विश्वासमत प्रस्ताव लाने, माननीय राज्यपाल को गलत जानकारी देकर उनका अपमान करना तथा बाबा साहिब डॉ. भीम राव अंबेडकर द्वारा लिखे संविधान की सदन में उलंघना किए जाने के विरोध में आज भाजपा उपाध्यक्ष मानव तनेजा की अध्यक्षता में जिला भाजपा कार्यालय शहीद हरबंस लाल खन्ना स्मारक में बाबा साहिब डॉ. भीम राव अंबेडकर जी के चित्र के समक्ष सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं ने धरना दिया तथा पंजाब सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की।
मानव तनेजा ने इस अवसर पर उपस्थित कार्यकर्ताओं के समक्ष आप सरकार की पोल खोलते हुए अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ना केवल राज्यपाल से झूठ बोलने वाले मुख्यमंत्री हैं, बल्कि मुख्यमंत्री के रूप में अपने कर्तव्य निभाने में बुरी तरह विफल रहे हैं। भगवंत मान द्वारा 27 सितंबर को सदन में अपने उपद्रवी विधायकों को क्रूर और असंसदीय तरीके से सबसे दुर्व्यवहार करने की अनुमति देकर संविधान की धज्जियाँ उड़ाई हैं। भगवंत मान द्वारा बिजली, जीएसटी और पराली जलाने जैसे मुद्दों को सूचीबद्ध करके बुलाए गए सदन की झूठी जानकारी माननीय राज्यपाल को देकर से झूठ बोला और उन एजेंडो को छुपाते हुए सबसे पहले आपने पवित्र सदन के पिछले दरवाजे के माध्यम से अपने असंवैधानिक ‘विश्वासमत’ प्रस्ताव लाकर संविधान की उलंघना करते हुए पंजाब की जनता के साथ भी धोखा किया है। उन्होंने कहा कि 92 विधायकों वाली पंजाब सरकार को विश्वासमत लाने की क्या जरुरत है?
मानव तनेजा ने कहा कि भगवंत मान द्वारा ऐसा किया जाना न केवल माननीय राज्यपाल के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है, पंजाब के संविधान, लोकतंत्र और लोगों के साथ भी विश्वासघात किया है। माननीय राजपाल राज्य के संवैधानिक प्रमुख हैं और विधानसभा के एक महत्वपूर्ण संवैधानिक अधिकारी भी हैं। उनको विधानसभा में होने वाली कार्यवाही तथा विचार संबंधी मुद्दों के बारे में जानकारी देना मुख्यमंत्री की ड्यूटी और कर्तव्य है। लेकिन भगवंत मान ने केजरीवाल और राघव चड्डा के ईशारे पर अपनी ड्यूटी और कर्तव्य दोनों के साथ विश्वासघात किया है।
मानव तनेजा ने भगवंत मान से खुद आठ साल सांसद रहे हैं, लेकिन कभी किसी सत्ताधारी पार्टी द्वारा आपकी आवाज दबाने की कोशिश नहीं की गई। पंजाब विधानसभा में भी ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा की गई असंवैधानिक कार्यवाही पंजाब के इतिहास में इसे एक काले दिन के रूप में दर्ज होगी। इस अवसर पर अलग-अलग पधाधिकारियों ने उपस्थित कार्यकर्ताओं के समक्ष पंजाब सरकार की कार्यशैली पर निशाने साधे।
इस अवसर पर प्रदेश भाजपा सचिव राजेश हनी, जिला भाजपा महासचिव राजेश कंधारी, सुखमिंदर सिंह पिंटू, जिला उपाध्यक्ष डॉ. राम चावला, कुमार अमित, हरविंदर सिंह संधू, जिला सचिव राजीव शर्मा डिम्पी, श्रुति विज, ऐकता वोहरा, मनोहर सिंह, अनुसूचित जाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष संजीव कुमार, अलका शर्मा, स्वच्छ भारत अभियान में जिला संयोजक तरुण अरोड़ा, मंडल अध्यक्ष राकेश महाजन, शिव कुमार शर्मा, सुधीर श्रीधर, मोनू महाजन, कपिल शर्मा, विनोद बब्बल, रमन शर्मा, सोम देव शर्मा आदि उपस्थित थे।