एसीएन
25 नवंबर, 2022,
अमृतसर में बिगड़ती वायु गुणवत्ता से निपटने के एक अनोखे प्रयास में सड़कों पर अधिक इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा को बढ़ावा देने के लिये इकोसिख और क्लीन ऐयर पंजाब के सहयोग द्वारा आयोजित एक बैठक के दौरान विशेषज्ञों के साथ चिंतन मंथन किया गया। बैठक आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य ऑटो रिक्शा चालकों को इलेक्ट्रिक रिक्शा में बदलने के लाभों के विषय में शिक्षित और बेहतर जानकारी देना था।
इस बैठक में अमृतसर के चिंतित नागरिकों के साथ साथ ऑटो रिक्शा चालक, यूनियन के प्रतिनिधियों और राही प्रोजेक्ट (रिजुविनेशन ऑफ ऑटो रिक्शा इन अमृतसर थ्रू होलिस्टिक इंटरवेंशन) और कौंसिल ऑन एनर्जी एनवायरनमेंट एंड वाटर (सीईईडब्लयू) के एक्सपर्ट शामिल थे।
‘अनपेकिंग दी चैलेंजिस एंड आपरच्युनिटीज ऑफ इलेक्टिक ऑटोज’ नामक इस बैठक में शहर के बढ़ते वायु प्रदूषण के साथ साथ स्वच्छ हवा सुनिश्चित करने के लिये सरकार और काम्युनिटी द्वारा की जाने वाली संयुक्त कार्यवाही पर गहन चर्चा की गई।
इकोसिख की अध्यक्षा सुप्रीत कौर के अनुसार पिछले वर्ष दिसंबर में बढ़ते वायु प्रदूषण और शहर में सार्वजनिक परिवहन को बढाने के लिये राही पहल शुरु की गई थी लेकिन किसी तरह ऑटो चालक हिचकिचाते हैं जिससे इलेक्टिॅक आटो के लिये बहुत कम खरीदार आगे आये।
उन्होंनें कहा कि चिंतित नागरिक के रुप में सभी ऑटो यूनियनों और चालकों के साथ जुड़ने की जरुरत है क्योकि यदि शहर को स्वच्छ हवा दिलवानी है तो वे एक महत्वपूर्ण कड़ी हैं। इस बैठक के माध्यम से ईको सिख का प्रयास विशेषज्ञों के साथ विचार विमर्श करें ताकि उन्हें न केवल बेहतर जानकारी दी जा सके बल्कि वे इलेक्ट्रिक ऑटो के बारे में अपने सभी शंकाओं और चिंताओं का हल निकाल सकें। उन्होंनें कहा कि वे आश्वास्त हैं कि अमृतसर में ऑटो यूनियन को न केवल वायु प्रदूषण के मुद्दे पर सजग किया जायेगा बल्कि इस पहलू से भी अवगत करवाया जायेगा कि वे सब्सिडी का लाभ उठाकर इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा में कैसे परिवर्तित हो सकता है।
बैठक के दौरान अमृतसर के एनवायरमेंट नोडल आफिसर राजीव गिरि ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शुरु की गई इस योजना के तहत पुराने डीजल ऑटो रिक्शा को ई ऑटो बदलने के लिये सवा लाख रुपये की नकद सब्सिडी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से आसान किस्तों पर लोन दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में डीजल ऑटो को चलाने की लागत चार से पांच रुपये प्रति किलोमीटर के बीच है लेकिन ई ऑटो में, यह सिर्फ 0.68 रुपये प्रति किलोमीटर है। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास ऑटो चालकों को इन पहलुओं को समझा कर न केवल उनकी कमाई में वृद्धि होगी बल्कि शहर की हवा को साफ रखने में काफी मदद मिलेगी।
इलेक्ट्रिक रिक्शा पर स्विच करने की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुये सीईईडब्ल्यू के सीनियर प्रोग्राम लीड हिमानी जैन ने कहा कि उनके एक अध्ययन से पता चला है कि कोच्चि श्हर में ही 2030 तक लगभग 32 हजार ई ऑटो वर्तमान इंटरनल कंबशन ईंजन (आईसीई) फ्लीट की जगह लेंगें। यह आंकड़े इस इस बात पर बल देते हैं कि भारत के शहरों में ऑटो रिक्शा चालकों के ई ऑटो पर बदलने के बाद तीस फीसदी तक की दैनिक बचत होगी। जैन ने कहा कि अमृतसर स्मार्ट सिटी लिमेटिड द्वारा लागू की गई राही योजना ने शहर में ई ऑटो को अपनाने का अभियान चलाया है।
अमृतसर में सबसे बड़े महिला नेटवर्क की संयोजक निधि संधवानी ने बताया कि क्लीन ऐयर प्रोजेक्ट के हिस्से के रुप में वे सरकारी अधिकारियों और नागरिकों की मदद से हवा की गुणवत्ता को बढाने और सुधारने में प्रयासरत हैं जिसके लिये सभी स्टेकहोल्डर्स को मिलकर काम करने की जरुरत है।
बैठक के दौरान अपना मत रखते हुये वायस ऑफ अमृतसर की अध्यक्षा इंदु अरोड़ा ने कहा कि वे इस प्लेटफामें के माध्यम से ऑटो चालकों को पर्यावरण के अनुकूल ऑटो में बदलने के लिये प्रोत्साहित करना था और इसके साथ ही उनकी आजीविका में कोई नेगिटिव प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंनें इस बात पर जोर दिया कि पंजाब भारत का गौरव है और अमृतसर यहां एक विशेष स्थान रखता है। हमारा प्रयास होना चाहिये कि ई ऑटो को अपना कर गुरु नगरी पर बढ़ रहे खतरे को टाला जा सके और देश के लिये उदाहरण स्थापित किया जाये। शहर की साफ हवा हमारे भविष्य की गुणवत्ता को परिभाषित करेगी।