आम आदमी पार्टी की सरकार से हाल ही में हुई ओलावृष्टि और भारी बारिश को प्राकृतिक आपदा घोषित करने के लिए केंद्र से संपर्क करने की अपील की ताकि पंजाब के किसानों को केंद्र से पर्याप्त मुआवजा मांग की जा सके
अमृतसर/26मार्चः शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज कहा है कि पार्टी की लीगल झूठे मामलों में फंसाए गए 40 से अधिक नौजवानों को आजाद कराने में सफल रही है तथा उन्होने पार्टी के नेताओं तथा पदाधिकारियों से बेकसूर युवाओं को तुच्छ आरोपों में फंसाकर सताया न जाने की सुनिश्चित करने के दोगुने प्रयास करने की अपील की है।
यहां एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि सिख नौजवानों को कानून सहायता प्रदान की गई, जिसके कारण मलोट, बरनाला, अजनाला तथा बाबा बकाला से संबंधित मामलों में जमानत दिलाई गई है। उन्होने कहा कि पार्टी यह सुनिश्चित करने के लिए सक्रियता से काम कर रही है कि सोशल मीडिया पर भावनात्मक पोस्ट सांझा करने के लिए युवाओं को जेल में न डाला जाए ।
सरदार बादल ने आम आदमी पार्टी की सरकार से सिख नौजवानों के खिलाफ दमनकारी कार्रवाई नही करने की अपील करते हुए कहा कि बिना पर्याप्त कारण के गिरफ्तारियां करने से समाज में दरार पैदा होगी तथा राज्य में शांति और साम्प्रदायिक सौहार्द्र की भावना को भंग करेगी।
सरदार बादल ने कहा कि कानून और व्यवस्था के कुप्रबंधन ने पंजाब पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। उन्होने कहा,‘‘ हमने न केवल राज्य में औद्योगिक निवेश खो दिया है, बल्कि घरेलू उद्योग भी दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं’’। उन्होने कहा कि इसके विपरीत तत्कालीन सरदार परकाश सिंह बादल की अगुवाई वाली सरकार के दौरान शांति और साम्प्रदायिक सदभावना के परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर बुनियादी ढ़ांचे का निर्माण हुआ, चाहे वह सड़क हो यां हवाई नेटवर्क, इसके अलावा बिजली को सरप्लस बनाने के लिए कदम उठाए गए थे। उन्होने कहा कि भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार ने न केवल इन उपलब्धियों को भूला दिया है, बल्कि राज्य का विकास कार्य पूरी तरह से ठप्प हो गया है। उन्होने कहा,‘‘ हमारा मुख्यमंत्री अपने बाॅस अरविंद केजरीवाल के एजेंडे का प्रचार करने के लिए एक से दूसरे राज्यों में जा रहा है तथा अब वह पंजाबियों के हितों के लिए काम करने के बजाय मध्य प्रदेश पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जहां इस साल के अंत में चुनाव होने वाले हैं’’।
सरदार बादल ने खुलासा किया कि लगातार तीसरी फसल प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हुई है। उन्होने कहा कि किसानों को अभी तक धान और कपास की फसल उगाने के दौरान हुए नुकसान का मुआवजा नही दिया गया है। उन्होने कहा, ‘‘ अब ओलावृष्टि और भारी बारिश के कारण राज्य में गेंहू की फसल को बड़ा नुकसान हुआ है। उन्होने कहा कि सरकार को उन सभी किसानों को 50 हजार रूपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा जारी करना चाहिए और यहां तक कि इसे प्राकृतिक आपदा घोषित करने के लिए केंद्र के पास मामला उठाना चाहिए और किसानों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए फंड जारी करना सुनिश्चित करना चाहिए।
एक सवाल का जवाब देते हुए सरदार बादल ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अयोग्य करार घोषित करने में जल्दबाजी की और यह लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नही है। उन्होने कहा कि भले ही अकाली दल कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी की नीतियों का विरोध करता है, लेकिन उसे लगता है कि गांधी को अपनी अयोग्ता के खिलाफ अपील करने के लिए उचित समय दिया जाना चाहिए था। उन्होने कहा, ‘‘ सिस्टम को अपना काम करने देना चाहिए और इसे बाधित करना एक तानाशाही प्रवृति की ओर इशारा करती है’’।