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Friday, November 22, 2024
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भगवंत मान मुख्यमंत्री पंजाब का तानाशाही आदेश देश को भाषाओं के आधार पर बाँटने वाला: सुरेश महाजन

पंजाबी भाषा सभी पंजाबियों की माँ बोली, सभी पंजाबी करते हैं पंजाबी भाषा का सम्मान: सुरेश महाजन

 

भगवंत मान मुख्यमंत्री पंजाब का तानाशाही आदेश देश को भाषाओं के आधार पर बाँटने वाला: सुरेश महाजन

एएसीएन

मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा पंजाब की सड़कों पर लगे सभी साईन बोर्डों को पंजाबी में लगाए जाने के तानाशाही आदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय जनता पार्टी अमृतसर के अध्यक्ष सुरेश महाजन ने कहा कि गुरुनगरी अमृतसर में लाखों की तादाद में रोज़ाना देश-विदेश से श्रद्धालु व अन्य लोग विशेषतया: दक्षिण भारतीय पवित्र तीर्थ-स्थलों के दर्शनार्थ हेतु आते हैं। जिन्हें कि पंजाबी भाषा का ज्ञान नहीं होने के कारण साईन बोर्ड के माध्यम से ही अपने गंतव्य तक पहुँचना पड़ता है। भगवंत मान का सभी साईन बोर्डों को पंजाबी में लगाए जाने का तानाशाही आदेश उन सभी के भारी परेशानियों का सबब बन जाएगा।

सुरेश महाजन ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान देश को भाषाओं के आधार पर बाँटने की कोशिश कर रहे हैं, जो कि किसी को भी किसी कीमत पर मान्य नहीं है। उन्होंने कहा कि पंजाब की जनता सहित समस्त देश की जनता पंजाबी माँ बोली का पूरा आदर-सम्मान करती है। लेकिन एक मुख्यमंत्री होने के नाते भगवंत मान द्वारा जारी किए गए ऐसे आदेश से पंजाब में आने वाले अन्य राज्यों के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।

सुरेश महाजन ने कहा कि पंजाब में रोज़ाना देश-विदेश से करोड़ों सैलानी व अन्य लोग हवाई मार्ग, रेल मार्ग एवं सड़क मार्ग से आते हैं, जो कि पंजाबी भाषा से अनभिज्ञ हैं। उन्हें जब सड़क मार्ग से यात्रा करने के दौरान अपने गंतव्य तक पहुँचाने वाले रास्ते का साईन बोर्ड पंजाबी भाषा में लिखा मिलेगा, तो उन्हें उस बारे में कोई समझ नहीं आएगी कि उन्हें गंतव्य का रास्ता किधर है? वह अपने गंतव्य तक पहुँचने वाले रास्ते से भटक जाएंगे। ऐसे में उन्हें बार-बार किसी से रास्ता पूछना पड़ेगा, जिससे ना सिर्फ यात्रा करने वाले को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, बल्कि हर रास्ता बताने वाले को भी हर गंतव्य के रास्ते की जानकारी ना होने से वह राहगीर को गलत रास्ते पर डाल सकता है।

सुरेश महाजन ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को अपील करते हुए कहा कि वह अपने तानाशाही फरमान पर दोबारा गौर कर पंजाबी सहित हिंदी व अंग्रेजी भाषाओं में लिखने की कृपा करें।

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