37.5 C
Amritsar
Wednesday, June 18, 2025
spot_img

भाजपा शिष्टमंडल ने अरबों रुपए की जमीन धोखे से जंगलात विभाग के नाम किए जाने के मामले को लेकर राज्यपाल से की मुलाकात, सौंपा ज्ञापन

अश्वनी शर्मा के नेतृत्व में भाजपा शिष्टमंडल ने अरबों रुपए की जमीन धोखे से जंगलात विभाग के नाम किए जाने के मामले को लेकर राज्यपाल से की मुलाकात, सौंपा ज्ञापन

 

एसीएन चंडीगढ़: 28 नवंबर

, पंजाब सरकार के राजस्व विभाग की मिलिभुगत के साथ पठानकोट के धारकलां ब्लाक व तहसील में पड़ने वाली अरबों रुपए की जमीन धोखे से जंगलात विभाग के नाम किए जाने का मामला सामने आया है, जिसे लेकर पठानकोट से विधायक तथा भारतीय जनता पार्टी पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा के नेतृत्व में भाजपा के एक शिष्टमंडल ने पंजाब के राज्यपाल माननीय बनवारी लाल पुरोहित से मुलाकात की तथा उन्हें इस मामले की जानकारी देते हुए ज्ञापन सौंपा।

अश्वनी शर्मा ने इस संबंध में बातचीत करते हुए कहा कि पठानकोट के धारकलां ब्लाक के अधीन आने वाले गाँवों की करीब 27,500 एकड़ जमीन जिसमें पीढ़ियों से चली आ रही लोगों की मालिकाना जमींने, पंचायती तथा शामलाती जमीने माल विभाग द्वारा जंगलात विभाग के साथ मिल कर जंगलात विभाग के नाम कर दी गई हैं। शर्मा ने कहा कि जिला पठानकोट के ब्लाक धारकलां, तहसील धारकलां की कुछ जमीन का रकबा 05 जनवरी 1904 को तत्कालीन भारत सरकार द्वारा फारेस्ट सैक्शन 4 के अधीन नोटिफिकेशन किया गया था। जबकि उस वक्त भारत में अंग्रेजों का शासन था और यह नोटिफाईड रकबा भी बहुत कम एकड़ में था। उस वक्त पहाड़ी ब्लाक में जनसंख्या भी बहुत कम थी। लेकिन अब जंगलात विभाग ने गैर-कानूनी तरीके से रकबा बढ़ा कर धारकलां ब्लाक के लगभग सभी गाँवों की 27,500 एकड़ जमीन जंगलात विभाग के नाम कर दी गई है। जब विभाग से 1904 के नोटिफिकेशन की कापी, जो कि तत्कालीन जंगलात विभाग द्वारा तत्कालीन ब्रिटिश भारत सरकार के गवर्नर लार्ड एंडरशन के द्र्स्तख्त तथा खरा नबंर सहित है, गाँव वाइज मांगी जाती है तो जंगलात विभाग वो रिकॉर्ड उपलब्ध ना होने का बहाना बना कर टाल-मटोल कर रहा है। अब वर्ष 2019-2020 में जंगलात विभाग तथा राजस्व विभाग की मिलिभुगत से लोगों की, पंचायत की तथा शामलाती जमीने बिना किसी नोटिफिकेशन तथा बिना किसी अदालती फैसले के जंगलात विभाग के नाम मालिकी तथा इंतकाल कर दी गई है। जो कि सरासर गलत तथा गैर-कानूनी है। लेकिन इस संबंध में किसी भी अधिकारी द्वारा कोई शिकायत नहीं सुनी जा रही।

अश्वनी शर्मा ने कहा कि ब्लाक धारकलां के गरीब लोग अपनी खेती के लिए बरसात पर निर्भर हैं और बड़ी मुश्किल से अपनी गुजर-बसर कर रहे हैं। शर्मा ने राज्यपाल को ज्ञापन देकर मांग की कि धार इलाके की समस्यायों को ध्यान में रख कर जंगलात विभाग के नाम पर की गई जमीन की मालिकी तथा इंतकाल को रद्द किया जाए तथा जमीन का मालिकाना हक वापिस गाँव वासियों, पंचायतों तथा शामलात जमीनों के पुराने मालिकों को दिए जाए।

भाजपा के इस शिष्टमंडल अश्वनी शर्मा के साथ भाजपा पठानकोट जिलाध्यक्ष विजय शर्मा, सुजानपुर से पूर्व विधायक दिनेश सिंह बब्बू, ब्लॉक समिति धारकलां के पूर्व चेयरमैन करतार सिंह तथा भाजपा धारकलां मंडल के महासचिव सरपंच गणेश चाड़क भी शामिल थे।

Related Articles

Stay Connected

1,754FansLike
1,447FollowersFollow
2,765SubscribersSubscribe

Latest Articles