एसीएन हैल्थ
सर्दियों में हमेशा क्यों हार्ट अटैक के केस ज्यादा आते हैं इसको लेकर एक अध्यन में सामने आया है कि जो लोग अपनी सेहत का ध्यान नहीं रखते व जिनके शरीर में केलस्ट्रोल ज्यादा होता है उनमें हार्ट अटैक होने का खतरा ज्यादा हो जाता है।
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन द्वारा हाल ही में जारी एक अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार गर्मियों के मौसम की अपेक्षा सर्दियों में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
किन लोगों को ज्यादा खतरा?
पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। इसके अलावा तापमान में गिरावट से धमनियां कठोर हो जाती हैं। तथा रक्त का प्रवाह ठीक ढंग से नहीं होता है। इस कारण दिल को पूरी मात्रा में ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं होती है और दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है।
अध्ययन से पता चलता है कि सर्दियों के मौसम में दिल के दौरे अधिक गंभीर तरीके से आते हैं तथा दिसम्बर के अंत में और वाले, मोटे लोग, उच्च रक्तचाप वाले रोगी, अत्यधिक सामान्य दिनों की तुलना जनवरी महीने में यह खतरा शराब का सेवन करने वाले रोगी या जिनका पहले से में अधिक गर्मी में अधिक रहता है।
बर्मिंघम स्कूल ऑफ हार्ट अटैक का खतरा अधिक रहता है इसलिए प्रतिशत हार्ट अटैक का मैडिसिन के प्रोफैसर स्टीफन पी. ग्लासर के अनुसार सर्दियों में दिन के घंटों में बदलाव के कारण कोर्टिसोल जैसे हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है जिससे दिल
ही हृदय रोग का इलाज चल रहा है, उन लोगों में दिल के रोगियों को 12 अत्यधिक ठंड के संपर्क में आने से बचना चाहिए और उचित कपड़े पहनने चाहिएं। सेवन से बचना चाहिए।
यह बात ध्यान रखने योग्य है कि धूम्रपान करने अध्ययन के मुताबिक खतरा बढ़ जाता है। वहीं सर्दियों में दिल का दौरा इसके अलावा नमक के अत्यधिक पड़ने जैसी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ने लगती हैं और 3 गुणा ज्यादा खतरा बढ़ जाता है।