एसीएन
ऑनलाइन क्लास आज के युग का कल्चर बन गया है। पिछले दो सालों में कोविड-19 के दाैरान स्कूल यहां बंद रहे उसमें बच्चों का शिक्षा स्तर काफी गिर गया। 21 दिसम्बर 2022 में सर्दियों की छुट्टीयां पड़ने के बाद पंजाब में तेज सर्दी के कारण पंजाब सरकार ने 14 जनवरी तक आठवीं तक के बच्चों के लिए स्कूल बंद कर दिये है। प्राइवेट स्कूल बच्चों की ऑनलाइन कक्षाएं ले रहे हैं लेकिन उससे बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ रहा है। माता पिता बच्चे को मोबाइल ऑनलाइन क्लास लगाने के लिए दे देते हैं लेकिन बच्चा ऑन लाइन क्लास छोड़ गेम्ज व वीडियो देखने में लग जाता है।
अध्यापक भी नहीं कर पा रहे कुछ
जिस तरह स्कूलों का प्रेशर आजकल अध्यापकों पर चल रहा है उससे तो अद्ययापक भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। ऑनलाइन क्लास में सभी बच्चों पर ध्यान नहीं दिया जाता है जो बच्चे पढाई में कमजोर हैं उन्हें तो मोबाइल क्लास लगाने में बहुत परेशानी आती है। जिससे वह बच्चा उस कक्षा में आैर कमजोर हो जाएगा । इस समय फाइनल टैस्ट का समय चल रहा है लेकिन एक तरफ कोरान महांमारी तो दूसरी आैर ठंक के कारण बच्चों का भविष्य अदर में लटक गया है।
माता पिता के लिए बच्चों को फोन देना हुआ मुश्किल
जो माता पिता घर का गुजारा चलाने में मुश्किल हैं उनके लिए अपने बच्चों को ऑन लाइन क्लास लगाने के लिए फोन देना मुशिकल हुआ पड़ा है कईयों को माता पिता के पास तो स्मार्ट फोन भी नहीं है। जिन बच्चों के माता पिता कामकाज के लिए जाते हैं वह भी उन्हें फोन नहीं दे पा रहे हैं जिससे इस समय बच्चों की शिक्षा पर बुरा असर पड़ रहा है।
गेम्स एवं वीडियों देख रहे बच्चे
ऑन लाइन क्लास के चक्कर में बच्चों के हाथ जब मोबाइल फोन लग जाता है तो वह या तो अपनी मनपसंद वीडियो देखने लग जाते हैं व कई बच्चे तो गेम्स खेलते है पिछले समय में तो एेसे केस भी सामने आये है कि बच्चों ने गेम्स खेलते हुए अपने माता पिता के एकाउंट से पैसे खर्च कर गेम्स खेल ली ।